“व्यक्तिवाद अधर्म है। राष्ट्र के लिए काम करना धर्म है। राष्ट्र कार्य को साधने के लिए जो कुछ आ पड़े करना ही उचित है।”- दीनदयाल उपाध्याय
प्रखर राष्ट्रवादी, उत्कृष्ट संगठनकर्ता एकात्म मानववाद और अंत्योदय के प्रणेता एवं हमारे पथ प्रदर्शक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर शत्-शत् नमन।
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